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Tuesday 9 July 2019

विद्युत ELECTRICITY MCQ

1. प्रकृति में मूल कण होते हैं|
    (1) इलेक्ट्रॉन        (2) प्रोटॉन     
    (3) न्यूट्रॉन           (4) उपर्युक्त सभी
ANS-(4) उपर्युक्त सभी 

2 किसी परमाणु में उपस्थित इलेक्ट्रॉन या प्रोटॉन की संख्या कहलाती है
     (1) परमाणु भार           (2) द्रव्यमान 
     (3) परमाणु क्रमांक      (4) भार
ANS-(3) परमाणु क्रमांक

3  परमाणु के नाभिक में पाये जाते हैं
    (1) प्रोटॉन व इलेक्ट्रॉन         (2) प्रोटॉन व न्यूट्रॉन
    (3) न्यूट्रॉन व इलेक्ट्रॉन         (4) उपर्युक्त सभी
ANS-(2) प्रोटॉन व न्यूट्रॉन

4. परमाणु भार किसके बराबर होता है
   (1) प्रोटॉन व इलेक्ट्रॉन की कुल संख्या के       
   (2) इलेक्ट्रॉन व न्यूट्रॉन की कुल संख्या के
   (3) प्रोटॉन व न्यूट्रॉन की कुल संख्या के         
   (4) उपर्युक्त सभी ।
ANS- (3) प्रोटॉन व न्यूट्रॉन की कुल संख्या के 

5   किसी परमाणु का परमाणु भार 46 हो, जबकि उसकी परमाणु क्रमांक संख्या 23 हो तो उसमें न्यूट्रॉन, इलेक्ट्रॉन्स व प्रोटॉन्स की संख्या क्रमशः होगी
   (1) 23, 22, 23       
   (2) 22, 21, 23         
   (3) 23, 23, 46       
   (4) 23, 23, 23
ANS-(4) 23, 23, 23

 6. निम्न में से तत्त्व नहीं है|
    (1) H,              (2) 0,               
    (3) H               (4) H,0
ANS- (4) H,0

7 निम्न में से यौगिक बताइये|
     (1) H,0                  (2) NaCl           
     (3) NHCl              (4) उपर्युक्त सभी
ANS-(4) उपर्युक्त सभी

8. भार को मापने की इकाई है|
    (1) किलोग्राम           (2) ग्राम       
   (3) मिलीग्राम             (4) Kg.m/Sec
ANS-(4) Kg.m/Sec 

9 इलेक्ट्रॉन के खोजकर्ता हैं
    (1) जेम्स चैडविक      (2) गोल्डस्टीन   
    (3) जे.जे. थॉमसन      (4) कोई नहीं
ANS-(3) जे.जे. थॉमसन   

10.  विद्युत धारा कितने प्रकार की होती है
    (1) दो         (2) तीन     
    (3) चार          (4) कोई नहीं
ANS-(1) दो  
     
11. विद्युत धारा कहते हैं
    (1) प्रोटॉन्स के प्रवाह को       
    (2) न्यूट्रॉन्स के प्रवाह को
    (3) इलेक्ट्रॉन्स के प्रवाह को     
    (4) इनमें से कोई नहीं
ANS- (3) इलेक्ट्रॉन्स के प्रवाह को       

12, अल्टरनेटर से कौनसी विद्युत धारा उत्पन्न होती है
     (1) D.C.                       (2) A.C.         
     (3) A.C. व D.C.           (4) इनमें से कोई नहीं
ANS- (2) A.C.   
    
13. विद्युत धारा का प्रतीक व मात्रक क्रमशः है
    (1) एम्पियर, ।              (2) एम्पियर, वोल्ट         
    (3) 1, एम्पियर              (4) कोई नहीं
 ANS-(3) 1, एम्पियर       
  
14. प्रतिरोध का मात्रक व प्रतीक क्रमशः होता है
     (1) R, ओम            (2) S, R   
     (3) ओम, R             (4) कोई नहीं
ANS-(3) ओम, R           

 15. विद्युत धारा की चाल होती है
     (1) 3x10 mtr/sec           
     (2) 3x10°cm/sec       
     (3) 3x10° mtr/sec       
     (4)6.28x1048 mtr/sec
ANS-(3) 3x10° mtr/sec     
    
 16. जिस विद्युत धारा का मान व दिशा नियत रहता है, उसे कहते हैं
     (1) D.c.                        (2) A.C.     
     (3) A.C. व D.C.           (4) इनमें से कोई नही       
 ANS-(1) D.c.        

17. विद्युत धारा के मार्ग में सुगमता प्रदान करने वाला गुण कहलाता है
     (1) चालकता             (2) प्रतिरोधकता       
    (3) विभव                   (4) विभवान्तर
ANS-(1) चालकता   
      
 18. आपके कमरे में एक 100 वॉट का विद्युत बल्ब जल रहा है, वह बल्ब किस  विद्युत धारा के प्रभाव में माना जायेगा
    (1) किरण प्रभाव                 (2) रासायनिक प्रभाव
    (3) ऊष्मीय प्रभाव ।            (4) गैसीय प्रभाव         
ANS-(3) ऊष्मीय प्रभाव ।
         
 19. अस्पताल में हमारी हड्डियों का चित्र किस प्रभाव के अन्तर्गत लिया जाता है
    (1) गैस आयनीकरण प्रभाव          (2) ऊष्मीय प्रभाव
    (3) किरण प्रभाव                          (4) प्रकाशीय प्रभाव
ANS-(3) किरण प्रभाव     
                    
20. एक इलेक्ट्रॉन को व्यक्त किया जाता है
    (1) - P9             (2) -९°               (3) Jn              (4) -n°
ANS-

21. वह सूक्ष्मतम इकाई जिसमें द्रव्यमान होता है तथा स्थान घेरती है, कहलाती है|
     (1)  अणु                 (2) परमाणु 
    (3) द्रव्य                   (4) कोई नहीं
ANS-(2) परमाणु     

 22 पदार्थ की किस अवस्था में घनत्व अधिकतम होता है|
     (1) ठोस                 (2) द्रव       
     ( 3) गैस                 (4) सभी में बराबर
ANS-(1) ठोस       

 23. पदार्थ की किस अवस्था में आकार तथा आकृति निश्चित होते हैं|
      (1) द्रव                  (2) गैस         
      (3)ठोस                 (4) कोई नहीं
ANS-(3)ठोस       

 24. पदार्थ की चौथी अवस्था कौनसी है
        (1) ठोस                (2) बोसआइंस्टीन कंडनसेट   
        (3) गैस                 (4) प्लाज्मा
ANS-(4) प्लाज्मा 

 25. सूर्य तथा तारों पर चमक का कारण है
       (1) ठोस                (2) बोसआइंस्टीन कंडनसेट 
       (3) गैस                 (4) प्लाज्मा
ANS-(2) बोसआइंस्टीन कंडनसेट   

          
और 25 MCQ के लिए click here

Thursday 4 July 2019

विद्युत वाहक बल (Electromotive Force, e.m.f.)

विद्युत [ ELECTRICITY ]

1. विद्युत वाहक बल (Electromotive Force, e.m.f)- किसी विद्युत ऊर्जा उत्पादक उपकरण द्वारा पैदा
किया गया वह
बल जिसके कारण किसी चालक अथवा सर्किट में
इलैक्ट्रोन्स का प्रवाह स्थापित किया जाता है
वि.वा.ब. (e.m.f.) कहलाता है।
इसका संकेत E तथा मात्रक वोल्ट है।

2. पोटेन्शियल (Potential)- किसी वस्तु का वह
वैद्युतिक स्तर,जिससे यह ज्ञात होता है कि करंट
का प्रवाह किस ओर | होगा, पोटेन्शियल कहलाता
है। वस्तु पर पॉजिटिव पोटेन्शियल होने पर करंट
का प्रवाह वस्तु से पृथ्वी की ओर तथा नेगेटिव
पोटेन्शियल होने पर करंट का प्रवाह पृथ्वी से वस्तु
की ओर होता है।

3. पोटेन्शियल डिफरेन्स (Potential Difference, PD.)-
किसी रेसिस्टेंस या लोड में से करंट का प्रवाह होने
पर उसके | सिरों के पटेन्शियल में अन्तर पैदा हो
जाता है जो पोटेन्शियल डिफरेन्स (p.d.) कहलाता है।
इसका प्रतीक V तथा मात्रक वोल्ट है
4. PD. तथा E.M.F. में अन्तर- यदि किसी सर्किट में करंट का प्रवाह शून्य हो तो
Pd. का मान भी शून्य होगा, जबकि e.m.f का मान
शून्य नहीं होगा।

Wednesday 3 July 2019

विद्युत करंट की किस्में (Types of Electric Current)

विद्युत [ ELECTRICITY ]

विद्युत करंट की किस्में (Types of Electric Current)
विभिन्न पदार्थों में से करंट का प्रवाह निम्न प्रकार से हो सकता है -
1. चालन करंट (Conduction Current)-
धात्विक चालकों में से बहने वाली करंट, चालन करंट होती है।वे धातुएँ
जिनके परमाणुओं की बाह्यतम कक्षा में केवल एक या दो
इलैक्ट्रोन होते हैं उनमें ये इलैक्ट्रोन लगभग मुक्त अवस्था में रहते हैं।

यदि चालक पर थोड़ा सा बाह्य बल (e.m.f.) लगा दिया जाए तो ये मुक्त
इलैक्ट्रोन्स (free electrons) एक परमाणु से दूसरे में जाते हुए चालक
के एक सिरे से दूसरे सिरे तक पहुँच जाते हैं। यही चालन करंट है।

2. स्थानान्तर करंट (Displacement Current)- इस प्रकार का करंट प्रवाह अचालकों में होता है। अचालकों में न  तो मुक्त इलैक्ट्रोन होते हैं और न ही उनमें चालन करंट प्रवाह सम्भव है। परन्तु, उनमें बाह्य बल (e.m.f.) लगाने पर उनके | परमाणुओं की बाह्यतम कक्षा के इलैक्ट्रोन्स, पॉजिटिव सिरे की ओर जाने का प्रयास करते हैं। इस प्रयास में परमाणु में इन इलैक्ट्रोन्स | का झुकाव पॉजिटिव सिरे की ओर हो जाता है। अब यदि e.m.f. की दिशा बदल दी जाए तो इलैक्ट्रोन्स भी परमाणु में अपनी स्थिति | में परिवर्तन करते हैं अर्थात् उनके झुकाव की दिशा बदलती है। यही स्थानान्तरीय करंट है। कैपेसिटर में इसी प्रकार का करंट प्रवाह होता है।
3. संवहन करंट (Convection Current)- इस प्रकार की करंट का प्रवाह इलैक्ट्रोन्स या पॉजिटिव और नेगेटिव आयन्स का द्रव, गैस या निर्वात में से प्रवाह के कारण होता है। इसमें चार्ज कैरियर (charge carrier) एक सिरे से दूसरे सिरे तक चार्ज लेकर स्वयं गति करते हैं। रासायनिक सैल, स्पार्क गैप और थर्मिओनिक वाल्व आदि में इसी प्रकार का करंट प्रवाह होता है।

Tuesday 2 July 2019

A.C. ए.सी. की अपेक्षा D.C. डी.सी. के लाभ


(i) अनेक इलैक्ट्रोनिक उपकरणों के संचालन के लिए डी.सी. चाहिए।
(ii) इलैक्ट्रोप्लेटिंग डी.सी. से की जाती है।
(iii) आर्क वैल्डिंग, डी.सी. से अच्छी की जा सकती है।

D.C.डी.सी. की अपेक्षा A.C. ए.सी. के लाभ

(i) ए.सी. का विकास उत्पादन के बाद किलो वोल्ट स्तर तक किया जा सकता
है।
(ii) ए.सी. को बिना विशेष शक्ति व्यय के निम्न वोल्टेज से उच्च वोल्टेज में तथा
उच्च वोल्टेज से निम्न वोल्टेज में । परिवर्तित किया जा सकता है।

(iii) ए.सी. को एक स्थान से दूसरे स्थान तक सुगमता से वितरित किया जा
सकता है और इसमें व्यय भी कम होता है।
(iv) डी.सी. की अपेक्षा ए.सी. का शक्ति व्यय कम है अरः उपभोक्ता को
ए.सी. उपयोग करने से आर्थिक लाभ होता है,

विद्युत धारा (Electric Curent)

 किसी चालक में से इलैक्ट्रोन्स या चार्जेस (charges) का प्रवाह विद्युत
करंट कहलाता है। प्रारम्भिक धारणा के अनुसार करंट का प्रवाह उच्च
पोटेन्शियल वाली वस्तु से निम्न पोटेन्शियल वाली वस्तु की ओर अर्थात्
पॉजिटिव से नेगेटिव की ओर माना जाता है।
आधुनिक खोजों के अनुसार इलैक्ट्रोन्स ही एक परमाणु से दूसरे परमाणु तक या चालक में एक बिन्दु से दूसरे बिन्दु तक गति | कर सकते हैं। अतः इलैक्ट्रोन्स का प्रवाह, करंट कहलाता है। इलैक्ट्रोन्स का प्रवाह नेगेटिवली चार्जड वस्तु से पॉजिटिवली चार्जड वस्तु की ओर होता है
अतः इस नई धारणा को इलैक्ट्रोन्स का प्रवाह या इलेक्ट्रोनिक करंट (flow of electrons or electronic current) कहा जाता है। करंट का प्रतीक I तथा मात्रक एम्पीयर है। करंट मुख्यतः निम्न प्रकार की होती है --
1. डायरेक्ट करंट (Direct Current)- जिस करंट का मान और दिशा नियत
रहती है वह डायरेक्ट करंट या डी.सी. कहलाती है। बैट्री, जैनेरेटर आदि से
प्राप्त होने वाली करंट डी.सी. होती है।


2. आल्टरनेटिंग करंट (Alternating Current) - जिस करंट का मान और
दिशा एक निश्चित दर के अनुसार परिवर्तित होती रहती है वह आल्टरनेटिंग
करंट या ए.सी. कहलाती है। आल्टरनेटर, ऑसिलेटर आदि से प्राप्त होने
वाली करंट ए.सी. होती है। पल्सेटिंग, ऑसिलेटरी तथा इन्ट्रप्टेड करंट ए.सी.
की अन्य किस्में हैं।

आयन तथा आयनीकरण (Ion and lonisation)

1. आयन (Ion) - किसी परमाणु में एक या अधिक इलैक्ट्रोन्स की कमी अथवा
अधिकता हो जाने पर वह परमाण, उदासीन नहीं रहता। अतः आवेश युक्त
परमाणु, आयन कहलाता है। जिस परमाणु में इलैक्ट्रोन की कमी हो वह
पॉजिटिव आयन (cation) कहलाता है और जिस परमाणु में इलैक्ट्रोन्स की
अधिकता हो वह नेगेटिव आयन (anion) कहलाता है।


2. आयनीकरण (Ionisation)- परमाणुओं का आयनुस में परिवर्तित हो
जाना आयनीकरण कहलाता है।

परमाणु संरचना सम्बन्धी नियम (Law Governing Atomic Structure)

परमाणु संरचना सम्बन्धी नियम (Law Governing Atomic Structure)

(i) सामान्य अवस्था में परमाणु, चार्ज विहीन होता है। अतः इलैक्ट्रोन्स की
संख्या = प्रोटोन की संख्या, क्योंकि प्रोटान तथा इलैक्ट्रोन के चार्ज की मात्रा
बराबर होती है।
(ii) किसी परमाणु में उपस्थित इलैक्ट्रोन्स या प्रोटोन्स की संख्या को उस
तत्व की परमाणु-संख्या (atomic number) कहते हैं।
(iii) किसी तत्व का परमाणु भार (atomic weight), उस तत्व में उपस्थित
प्रोटोन्स तथा न्यूट्रोन्स की संख्याओं के योग के बराबर होता है।
(iv) परमाणु की कक्षाओं में इलैक्ट्रोन्स का वितरण 2n सूत्र के अनुसार होता है,
यहाँ n, कक्षा की संख्या है। इस प्रकार विभिन्न कक्षाओं में इलैक्ट्रोन्स की
अधिकतम संख्या क्रमशः 2, 8, 18, 32, 18, 8, 2 होती है। ये कक्षाएं K, L,
M, N, 0, Po कहलाती हैं।
(v) एक कक्षा में 20 सूत्र के अनुसार इलैक्ट्रोन्स पूर्ण हो जाने पर ही दूसरी
कक्षा में इलैक्ट्रोन्स जा सकते हैं।

(vi) अन्तिम कक्षा में 8 से अधिक और उससे पहली कक्षा में 18 से
अधिक इलैक्ट्रोन्स नहीं हो सकते।

Monday 1 July 2019

संरचना (Structure)

(ख) संरचना (Structure)- परमाणु में एक केन्द्रीय भाग होता है जिसे नाभिक (nucleus) कहते हैं। नाभिक में प्रोटोन तथा न्यूट्रोन स्थित होते हैं। नाभिक के चारों ओर रिक्त स्थान होता है जिसमें विभिन्न वृत्ताकार (circular) अथवा दीर्घ वृत्ताकार (elliptical)) कक्षाओं (orbits) में इलैक्ट्रोन्स परिक्रमा करते रहते हैं।
(i) प्रोटोन (Proton)- पॉजिटिव चार्ज की इकाई प्रोटोन कहलाती है। इसके चार्ज का मान 1.6x10-19 कूलाम होता है। विभिन्न तत्वों से प्राप्त प्रोटोन सब प्रकार से एक समान होते हैं। ये नाभिक में स्थित रहते हैं और किसी प्रकार की गति नहीं करते। इलैक्ट्रोन की तुलना में प्रोटोन 1845 गुना भारी होता है।
(ii) न्यूट्रोन (Neutron)- यह एक विद्युत उदासीन कण है जो प्रोटोन की भाँति ही नाभिक में स्थित रहता है और किसी प्रकार की गति नहीं करता। एक न्यूट्रोन का भार एक प्रोटोन के भार के लगभग बराबर होता है। विभिन्न तत्वों से प्राप्त न्यूट्रोन सब प्रकार से एक समान होते हैं।
(iii) इलैक्ट्रोन (Electron)- नेगेटिव चार्ज की इकाई इलैक्ट्रोन कहलाती है। इसके चार्ज का मान 1.6 x 10-19 कूलाम अर्थात् प्रोटोन के चार्ज के बराबर होता है, परन्तु विपरीत प्रकार का । विभिन्न तत्वों से प्राप्त इलैक्ट्रोन सब प्रकार से एक समान होते हैं। इनमें दो प्रकार की गति होती है। एक तो नाभिक के चारों ओर परिक्रमा करने की गति, जो कक्षीय-गति (orbital motion) कहलाती है, दूसरी गति ठीक उसी प्रकार की होती है जिस प्रकार एक लट्टू अपनी कीली पर चक्कर काटता है यह गति, चक्रण-गति (spin motion) कहलाती है।

परमाणु संरचना (Atomic Structure)

(क) परिचय (Introduction)- प्रकृति में ठोस, द्रव या गैस अवस्था में
उपलब्ध जितनी भी वस्तुएं हैं वे द्रव्य या पदार्थ (matter) कहलाती हैं।
प्रत्येक पदार्थ, छोटे-छोटे कण अणुओं (molecules) से बना होता है।
अणु, पदार्थ का वह छोटे से छोटा कण है जिसमें पदार्थ के सभी भौतिक तथा रासायनिक गुण विद्यमान हों और जो स्वतन्त्र अवस्था में रह सकता हो। अणु को भी उससे छोटे सूक्ष्म कणों में विभाजित किया
जा सकता है जो परमाणु (atoms) कहलाते हैं। परमाणु, पदार्थ का वह
छोटे से छोटा कण है जो रासायनिक क्रिया में भाग ले सकता है परन्तु उसका स्वतन्त्र अवस्था में रह पाना आवश्यक नहीं है। वस्तुतः परमाणु इतने सूक्ष्म होते हैं कि उन्हें नंगी आँख अथवा लैंस आदि
की सहायता से भी नहीं देखा जा सकता।

एक ही प्रकार के परमाणुओं से बने पदार्थ तत्व (element) तथा एक से
अधिक प्रकार के परमाणुओं से बने पदार्थ यौगिक (compound) कहलाते हैं।

विद्युत [ ELECTRICITY ]

प्रकाश, ध्वनि, चुम्बकत्व आदि की भाँति ही विद्युत भी एक प्रकार की ऊर्जा (energy) है। आज के युग में विद्युत ऊर्जा का उपयोग जीवन के हर क्षेत्र में किया जा रहा है। इसके विषय में जानने के लिए पहले पदार्थों की परमाणु संरचना को जान लेना आवश्यक है।

इस साईट में क्या-क्या मिलेगा हमें ?..............

यहाँ पर आप इलेक्ट्रॉनिक्स के अंतर्गत आने वाले कई विषयों पर थ्योरी में आने वाले टॉपिक्स पर विस्तार से सरल शब्दों में जानकारी ले सकेंगे | साथ ही आप ITI ELECTRONICS से सम्बंधित नौकरी की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है तो आपके लिए यह हेल्प फुल होने वाली है |

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