विद्युत [ ELECTRICITY ]
1. विद्युत वाहक बल (Electromotive Force, e.m.f)- किसी विद्युत ऊर्जा उत्पादक उपकरण द्वारा पैदा
किया गया वह
बल जिसके कारण किसी चालक अथवा सर्किट में
इलैक्ट्रोन्स का प्रवाह स्थापित किया जाता है
वि.वा.ब. (e.m.f.) कहलाता है।
इसका संकेत E तथा मात्रक वोल्ट है।
2. पोटेन्शियल (Potential)- किसी वस्तु का वह
वैद्युतिक स्तर,जिससे यह ज्ञात होता है कि करंट
का प्रवाह किस ओर | होगा, पोटेन्शियल कहलाता
है। वस्तु पर पॉजिटिव पोटेन्शियल होने पर करंट
का प्रवाह वस्तु से पृथ्वी की ओर तथा नेगेटिव
पोटेन्शियल होने पर करंट का प्रवाह पृथ्वी से वस्तु
की ओर होता है।
3. पोटेन्शियल डिफरेन्स (Potential Difference, PD.)-
किसी रेसिस्टेंस या लोड में से करंट का प्रवाह होने
पर उसके | सिरों के पटेन्शियल में अन्तर पैदा हो
जाता है जो पोटेन्शियल डिफरेन्स (p.d.) कहलाता है।
इसका प्रतीक V तथा मात्रक वोल्ट है
4. PD. तथा E.M.F. में अन्तर- यदि किसी सर्किट में करंट का प्रवाह शून्य हो तो
Pd. का मान भी शून्य होगा, जबकि e.m.f का मान
शून्य नहीं होगा।
1. विद्युत वाहक बल (Electromotive Force, e.m.f)- किसी विद्युत ऊर्जा उत्पादक उपकरण द्वारा पैदा
किया गया वह
बल जिसके कारण किसी चालक अथवा सर्किट में
इलैक्ट्रोन्स का प्रवाह स्थापित किया जाता है
वि.वा.ब. (e.m.f.) कहलाता है।
इसका संकेत E तथा मात्रक वोल्ट है।
2. पोटेन्शियल (Potential)- किसी वस्तु का वह
वैद्युतिक स्तर,जिससे यह ज्ञात होता है कि करंट
का प्रवाह किस ओर | होगा, पोटेन्शियल कहलाता
है। वस्तु पर पॉजिटिव पोटेन्शियल होने पर करंट
का प्रवाह वस्तु से पृथ्वी की ओर तथा नेगेटिव
पोटेन्शियल होने पर करंट का प्रवाह पृथ्वी से वस्तु
की ओर होता है।
3. पोटेन्शियल डिफरेन्स (Potential Difference, PD.)-
किसी रेसिस्टेंस या लोड में से करंट का प्रवाह होने
पर उसके | सिरों के पटेन्शियल में अन्तर पैदा हो
जाता है जो पोटेन्शियल डिफरेन्स (p.d.) कहलाता है।
इसका प्रतीक V तथा मात्रक वोल्ट है
4. PD. तथा E.M.F. में अन्तर- यदि किसी सर्किट में करंट का प्रवाह शून्य हो तो
Pd. का मान भी शून्य होगा, जबकि e.m.f का मान
शून्य नहीं होगा।
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